नई दिल्ली, 20 सितम्बर (केएनएन) सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय (एमएसएमई) ने स्वच्छ भारत मिशन की 10वीं वर्षगांठ के अवसर पर 17 सितंबर, 2024 को ‘स्वच्छता ही सेवा’ (एसएचएस) 2024 अभियान का उद्घाटन किया।
2 अक्टूबर, 2024 तक चलने वाले इस अभियान का शुभारंभ केंद्रीय एमएसएमई मंत्री जीतन राम मांझी की अगुवाई में स्वच्छता शपथ ग्रहण समारोह के साथ किया गया, जिसमें देश भर से 150 से अधिक क्षेत्रीय इकाइयों ने वर्चुअल माध्यम से भाग लिया।
इस वर्ष के अभियान की थीम ‘स्वभाव स्वच्छता – संस्कार स्वच्छता’ का उद्देश्य स्वच्छता को एक प्राकृतिक आदत और एक प्रमुख सामाजिक मूल्य के रूप में एकीकृत करना है।
इस पहल में जन भागीदारी पर जोर दिया गया है और नागरिकों, खासकर युवाओं को स्वच्छता गतिविधियों में शामिल करने का प्रयास किया गया है। यह सार्वजनिक स्वच्छता बनाए रखने में सफाई कर्मचारियों (सफाई मित्रों) की महत्वपूर्ण भूमिका पर भी प्रकाश डालता है।
एमएसएमई मंत्रालय ने अभियान के लिए कई प्रमुख पहलों की रूपरेखा तैयार की है। चिन्हित क्षेत्रों की सामुदायिक सेवा (श्रमदान) के माध्यम से सफाई की जाएगी, जिससे उन्हें स्वच्छता लक्ष्य इकाइयों (सीटीयू) कार्यक्रम के हिस्से के रूप में अच्छी तरह से बनाए रखा जा सकेगा।
उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को मान्यता देते हुए, सफाई कर्मचारियों को सुरक्षा किट वितरित की जाएंगी तथा स्वास्थ्य जांच और सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के बारे में जागरूकता के लिए विशेष शिविर (सफाई मित्र सुरक्षा शिविर) आयोजित किए जाएंगे।
पर्यावरणीय स्थिरता प्रयासों में ‘एक पेड़ माँ के नाम’ पहल के साथ वृक्षारोपण अभियान भी शामिल होगा।
मंत्रालय स्वच्छता अभियानों में जन भागीदारी को भी सक्रिय रूप से बढ़ावा दे रहा है, जिसमें युवाओं की भागीदारी पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
अभियान की तैयारी के लिए मंत्रालय ने कई कदम उठाए हैं। अभियान की प्रगति के समन्वय और निगरानी के लिए मंत्रालय और क्षेत्र दोनों स्तरों पर नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं।
इसके अतिरिक्त, उद्योग भवन और अन्य क्षेत्रीय कार्यालयों में बैनर और होर्डिंग्स लगाने सहित प्रचार अभियान भी शुरू किए गए हैं।
स्वच्छता शपथ और आगामी गतिविधियों के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का उपयोग किया गया है।
एमएसएमई मंत्रालय ने सभी नागरिकों से स्वभाव स्वच्छता, संस्कार स्वच्छता अभियान में भाग लेने का आग्रह किया है तथा स्वच्छता को जीवन का एक हिस्सा बनाने के महत्व पर बल दिया है।
मंत्रालय ने अपने संगठनों और क्षेत्रीय संरचनाओं के साथ मिलकर उत्साह और समर्पण के साथ स्वच्छता ही सेवा 2024 अभियान के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए पूरी प्रतिबद्धता व्यक्त की है।
इन ठोस प्रयासों के माध्यम से, अभियान का उद्देश्य राष्ट्र की भलाई के लिए सामूहिक जिम्मेदारी की संस्कृति को बढ़ावा देना है, तथा नागरिकों को भारत की स्वच्छता और सफाई में सक्रिय योगदान देने के लिए प्रोत्साहित करना है।
(केएनएन ब्यूरो)
इसे शेयर करें: