टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स ने भारत के पहले एआई-सक्षम सेमीकंडक्टर फैब के लिए पीएसएमसी के साथ समझौता किया


नई दिल्ली, 26 सितम्बर (केएनएन) टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स ने भारत की पहली एआई-सक्षम सेमीकंडक्टर फैब्रिकेशन सुविधा के विकास के लिए ताइवान स्थित पावरचिप सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग कॉरपोरेशन (PSMC) के साथ एक निश्चित समझौते के पूरा होने की घोषणा की है। यह ग्रीनफील्ड परियोजना गुजरात में स्थापित की जाएगी।

समझौते की शर्तों के तहत, पीएसएमसी सुविधा के डिजाइन और निर्माण के लिए व्यापक सहायता प्रदान करेगा।

ताइवानी कंपनी विभिन्न प्रकार की प्रौद्योगिकियों का लाइसेंस भी देगी तथा गुजरात संयंत्र को इन प्रौद्योगिकियों का सफल हस्तांतरण सुनिश्चित करने के लिए इंजीनियरिंग सहायता भी प्रदान करेगी।

नियोजित सुविधा की उत्पादन क्षमता प्रति माह 50,000 वेफर्स तक होने की उम्मीद है।

इसमें अगली पीढ़ी की फैक्ट्री स्वचालन क्षमताओं को शामिल किया जाएगा, तथा परिचालन दक्षता को अनुकूलित करने के लिए डेटा एनालिटिक्स और मशीन लर्निंग का लाभ उठाया जाएगा।

टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स के अनुसार, यह कारखाना विभिन्न अनुप्रयोगों के लिए चिप्स का निर्माण करेगा, जिसमें पावर मैनेजमेंट इंटीग्रेटेड सर्किट, डिस्प्ले ड्राइवर, माइक्रोकंट्रोलर और उच्च प्रदर्शन कंप्यूटिंग लॉजिक शामिल हैं।

इन घटकों का उद्देश्य कृत्रिम बुद्धिमत्ता, ऑटोमोटिव, कंप्यूटिंग और डेटा भंडारण तथा वायरलेस संचार जैसे क्षेत्रों में बढ़ती मांग को पूरा करना है।

एक बयान में, टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स ने इस साझेदारी के महत्व पर जोर देते हुए इसे एक ‘अग्रणी समझौता’ बताया, जो भारत में उन्नत सेमीकंडक्टर प्रौद्योगिकियों, कौशल और प्रतिभा को पेश करेगा।

कंपनी ने सेमीकंडक्टर विनिर्माण आपूर्तिकर्ताओं और पारिस्थितिकी तंत्र साझेदारों का एक नेटवर्क स्थापित करने की संभावना पर भी प्रकाश डाला, जिसे वह देश में स्वदेशी सेमीकंडक्टर पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करने के लिए आधारभूत मानती है।

कंपनी ने इस विकास को वैश्विक सेमीकंडक्टर आपूर्ति श्रृंखला के भीतर भारत को एक विश्वसनीय भागीदार के रूप में स्थापित करने में एक ‘महत्वपूर्ण क्षण’ बताया।

टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स ने विश्वास व्यक्त किया कि यह पहल वैश्विक सेमीकंडक्टर विनिर्माण केंद्र बनने की दिशा में भारत की प्रगति को गति प्रदान करेगी।

यह समझौता अत्यधिक प्रतिस्पर्धी और रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण सेमीकंडक्टर उद्योग में उपस्थिति स्थापित करने के भारत के प्रयासों में एक महत्वपूर्ण कदम है।

(केएनएन ब्यूरो)



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