का एकीकरण यंत्र अधिगम (एमएल), रियल टाइम एनालिटिक्सऔर संख्यात्मक अनुकूलन दवा की खोज, विकास और विनिर्माण में क्रांति ला रहा है। विशेषज्ञ स्वास्थ्य देखभाल पर इन प्रौद्योगिकियों के परिवर्तनकारी प्रभाव पर प्रकाश डाला गया।
रियल-टाइम एमएल अनुप्रयोगों के विशेषज्ञ डॉ. आदित्य डोड्डा ने कहा, “रियल-टाइम एनालिटिक्स हमें विशाल डेटा स्ट्रीम को तुरंत संसाधित करने की अनुमति देता है, जिससे स्वास्थ्य देखभाल नवाचार की तात्कालिकता से मेल खाने वाले निर्णय लेने में मदद मिलती है।”
डॉ. डोड्डा ने दवा विकास में तेजी लाने में अपनी भूमिका पर जोर देते हुए कहा, “एमएल बुद्धिमत्ता और सटीकता के बारे में है, न कि केवल क्रूर बल के बारे में। यह बदल रहा है कि हम कितनी तेजी से और प्रभावी ढंग से नई थेरेपी विकसित करते हैं।”
डॉ. डोड्डा ने संख्यात्मक अनुकूलन के महत्व को आगे समझाया: “इसे एमएल के साथ एकीकृत करके, हम फार्मास्युटिकल विनिर्माण में संभावनाओं का विस्तार कर रहे हैं, गुणवत्ता वाली दवाओं की वैश्विक मांग को संबोधित कर रहे हैं।”
एज कंप्यूटिंग स्वास्थ्य सेवा समाधानों को भी आगे बढ़ा रही है। उन्होंने कहा, “किनारे के उपकरणों पर जटिल तंत्रिका नेटवर्क तैनात करने से विसंगति का पता लगाने और वैयक्तिकृत चिकित्सा जैसे अनुप्रयोगों के लिए मिलीसेकंड-स्तर की विलंबता सक्षम हो जाती है।”
आगे देखते हुए, डॉ डोड्डा ने क्वांटम सिस्टम के प्रभाव की भविष्यवाणी की: “जैसे-जैसे ये परिपक्व होंगे, वे आणविक सिमुलेशन और दवा डिजाइन में क्षमताओं को अनलॉक करेंगे, व्यक्तिगत चिकित्सा और जटिल निदान में नवाचारों को बढ़ावा देंगे।”
इसे शेयर करें: