स्वदेशीभिमानी के निर्वासन की 114वीं वर्षगांठ मनाई गई

स्वदेशीभिमानी के निर्वासन की 114वीं वर्षगांठ मनाई गई


संस्कृति मंत्री साजी चेरियन गुरुवार को तिरुवनंतपुरम के पलायम में स्वदेशी मणि प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए।

संस्कृति मंत्री साजी चेरियन ने गुरुवार को नैतिक पत्रकारिता के महत्व और मीडिया संस्थानों की अपनी गलतियों को सुधारने की जिम्मेदारी पर जोर दिया।

वह पत्रकार स्वदेशीमणि रामकृष्ण पिल्लई को उनके पत्रकारिता कार्य के कारण तत्कालीन त्रावणकोर से निर्वासित किये जाने की 114वीं वर्षगांठ के अवसर पर तिरुवनंतपुरम प्रेस क्लब द्वारा आयोजित एक स्मृति बैठक में बोल रहे थे।

पत्रकारों और विभिन्न क्षेत्रों के लोगों ने पलायम में स्वदेशी वाणी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की।

श्री चेरियन ने नैतिक मानकों का पालन किए बिना गलत सूचना प्रसारित करने के लिए कुछ मीडिया आउटलेट की आलोचना की। उन्होंने कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि मीडिया जवाबदेही ले और किसी भी तरह की अशुद्धि को सुधारे।

उन्होंने यह भी कहा कि स्वदेशी जागरण मंच के अध्यक्ष रामकृष्ण पिल्लई द्वारा प्रचारित पत्रकारिता मूल्य आज के मीडिया परिदृश्य में पहले से कहीं अधिक प्रासंगिक हैं।

पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एम. विजयकुमार, पूर्व सांसद पन्नियन रविन्द्रन, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्य प्रवक्ता जेआर पद्मकुमार, केरल यूनियन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट्स के नवनिर्वाचित राज्य अध्यक्ष केपी रेजी और वरिष्ठ पत्रकार केपी मोहनन और मलयिन्कीझु गोपालकृष्णन ने भी अपने विचार रखे।

कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रेस क्लब के अध्यक्ष पीआर प्रवीण ने की। सचिव एम. राधाकृष्णन और कोषाध्यक्ष वी. विनेश भी उपस्थित थे।



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