Chhapra:
बिहार के सारण जिले में सोमवार को दो युवकों को ‘हथियारबंद बंदूक’ का इस्तेमाल करने के आरोप में हिरासत में लिया गया।विकृत‘ के दौरान तिरंगा मिलाद-उल-नबी जुलूससाथ अशोक चक्र राष्ट्रीय ध्वज पर चाँद और तारे के प्रतीक को प्रतिस्थापित किया गया।
पुलिस ने जुलूस में इस्तेमाल किए गए विकृत झंडे और वाहन को जब्त कर लिया। यह कार्रवाई जुलूस का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद की गई।
तिरंगे के मूल स्वरूप में कोई भी परिवर्तन भारतीय ध्वज संहिता, 2002 का उल्लंघन है।
सारण के पुलिस अधीक्षक कुमार आशीष ने कहा कि राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करने वाले जुलूस में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि पुलिस उस व्यक्ति की तलाश कर रही है जिसने विकृत झंडा मुहैया कराया और जिन लोगों को जुलूस की अनुमति दी गई थी, उन पर भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया जाएगा। उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने, अफवाहों को फैलाने और उन पर विश्वास करने से बचने और जिला प्रशासन के साथ सहयोग करने की भी अपील की।
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