पटना: पूर्व मध्य रेलवे (ईसीआर) जीएम Chatrasal Singh शनिवार को नव विकसित का उद्घाटन किया यात्री आरक्षण प्रणाली (पीआरएस) डेटाबेस केंद्र पर पटना जंक्शनपूर्व मध्य रेलवे में अपनी तरह का यह पहला केंद्र है। 1 करोड़ रुपये की लागत से विकसित यह नया डेटाबेस केंद्र रेलवे को एक नया डेटाबेस केंद्र बनाने में मदद करेगा। ईसीआर यह जोन यात्री ट्रेनों के बारे में वास्तविक समय की जानकारी के लिए पूरी तरह से अपने संसाधनों पर निर्भर है।
ईसीआर के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) सरस्वती चंद्र के अनुसार, डेटाबेस सेंटर से यातायात की गतिविधियों पर सुचारू रूप से नज़र रखी जा सकेगी। उन्होंने बताया कि इससे पहले ईसीआर कोलकाता में पूर्वी रेलवे (ईआर) के डेटाबेस सेंटर पर निर्भर था।
चंद्रा ने कहा कि अब ईस्ट सेंट्रल रेलवे के अधिकार क्षेत्र से निकलने वाली सभी लंबी दूरी की मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों के लिए यात्रियों की चार्टिंग प्रणाली को पटना केंद्र से नियंत्रित किया जाएगा। उन्होंने कहा, “केंद्र का हाईटेक सर्वर यात्री ट्रेनों की आवाजाही का हर ब्यौरा रखेगा, जिसमें कोचों की लोड संरचना और उनके चलने के घंटे भी शामिल हैं।” उन्होंने कहा कि नया केंद्र यात्री ट्रेनों के रद्द होने, डायवर्ट होने और समाप्त होने से संबंधित जानकारी को स्वचालित रूप से अपडेट करेगा।
दानापुर के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक अभिनव सिद्धार्थ के अनुसार, रेलवे को पटना स्थित डेटाबेस सेंटर पर नई शुरू की गई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों सहित नई ट्रेन प्रोफाइल के बारे में जानकारी लोड करना अधिक सुविधाजनक लगेगा। इसके अलावा, नया केंद्र स्वचालित समय सारिणी उन्नयन, पूर्व मध्य रेलवे से जुड़ी सभी यात्री ट्रेनों की निगरानी और पूर्व मध्य रेलवे में नए पीआरएस काउंटर स्थापित करने की स्थिति में नई पीआरएस आईडी बनाने में भी सक्षम है।
हमने हाल ही में निम्नलिखित लेख भी प्रकाशित किए हैं
मध्य रेलवे ने यात्रियों की बढ़ती मांग को देखते हुए एलटीटी मुंबई और गोरखपुर के साथ-साथ पनवेल और छपरा के बीच 62 विशेष ट्रेन फेरे चलाने की घोषणा की है। एलटीटी मुंबई-गोरखपुर द्वि-साप्ताहिक स्पेशल में 40 फेरे होंगे, जबकि पनवेल-छपरा साप्ताहिक स्पेशल में 22 फेरे होंगे। ये ट्रेनें अपने रूट पर विभिन्न स्टेशनों पर रुकेंगी।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने रेलवे को बेहतर यात्री सुरक्षा और आराम के लिए 40,000 सामान्य रेल बोगियों को वंदे भारत मानकों के अनुरूप बनाने का निर्देश दिया। उन्होंने कवच प्रणाली के चरणबद्ध कार्यान्वयन और समयबद्ध पूंजीगत व्यय लक्ष्यों पर भी जोर दिया। चल रही ट्रैक दोहरीकरण और विद्युतीकरण परियोजनाओं के साथ क्षमता वृद्धि, सुरक्षा और यात्री सुविधा पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।
प्रयागराज जंक्शन पर टैक्सी सेवा, होटल बुकिंग और ओवर-द-काउंटर दवाइयों जैसी अन्य सुविधाओं के साथ-साथ सशुल्क लगेज ट्रॉली और व्हीलचेयर की सुविधा भी शुरू की जा रही है। यह सेवा उत्तर मध्य रेलवे के 19 और स्टेशनों तक विस्तारित की जाएगी। लगेज ट्रॉली या व्हीलचेयर का उपयोग करने के लिए 150 और 250 रुपये का शुल्क निर्धारित किया गया है।
इसे शेयर करें: