वर्षावनों और शहरों में बीमारियों को रोकने की लड़ाई | कोरोनावाइरस महामारी

क्या हम ज़ूनोटिक बीमारियों को मनुष्यों में फैलने से रोक सकते हैं और अपने शहरों को भविष्य में होने वाले बड़े प्रकोप से बचा सकते हैं?

मनुष्यों में पचहत्तर प्रतिशत संक्रामक रोग जानवरों से आते हैं।

पर्यावरण विनाश और शहरीकरण से ज़ूनोटिक प्रकोप का खतरा बढ़ रहा है।

मेडागास्कर जैसे गरीब अफ्रीकी देशों में पशुचिकित्सक रोग निगरानी कार्यक्रम चलाते हैं।

वे पारिस्थितिक स्वास्थ्य को महामारी की तैयारी से जोड़ने वाले “एक स्वास्थ्य” दर्शन द्वारा निर्देशित हैं।

कोविड-19 ने दिखाया कि ज़ूनोटिक बीमारियाँ विश्व स्तर पर कितनी तेज़ी से फैल सकती हैं, जिससे हमारे परस्पर ग्रह पर शहर बीमारी के हॉटस्पॉट में बदल सकते हैं।

बेल्जियम की राजधानी ब्रुसेल्स शहरी डिजाइन में नवाचारों के माध्यम से संक्रमण के खतरे को कम कर रही है।

फ्लैटन द कर्व के अंतिम एपिसोड में इस बात पर गौर किया गया है कि हम ग्रह के सुदूर कोनों में बीमारियों के प्रकोप को कैसे रोकें और अपने शहरों की सुरक्षा कैसे करें।

फ्लैटन द कर्व एक अंग्रेज़ी टेलीविज़न वृत्तचित्र है।

इसे देखने के लिए क्लिक करें।

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