मध्य प्रदेश: मुरैना में बादलों के बीच से निकला सूरज; 5 दिनों तक बारिश का रेड अलर्ट बेअसर | Unsplash
मुरैना (मध्य प्रदेश): मौसम विभाग ने कुछ दिन पहले रेड अलर्ट जारी किया था कि जिले में पांच दिन तक बारिश होगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। 48 घंटे तक आसमान बादलों से घिरा रहा और सूरज अक्सर क्षितिज से झांकता रहा, लेकिन बारिश नहीं हुई, इसलिए मौसम थोड़ा नम रहा।
मौसम विभाग के अनुसार कुछ इलाकों में बूंदाबांदी या मध्यम बारिश हो सकती है। पिछले 40 घंटों में हुई हल्की बारिश का असर जिले के बांधों और नदियों पर देखने को मिला। तीन नदियों का जलस्तर भी कम होने से जिला प्रशासन और पुलिस ने राहत की सांस ली है, हालांकि कुछ बाढ़ प्रभावित इलाकों में बचाव कार्य जारी है। बदलते मौसम के कारण चंबल नदी खतरे के निशान से छह मीटर नीचे बह रही है।
मुरैना के जंगलों और पहाड़ियों में भारी बारिश का असर मुरैना के पगारा बांध और ग्वालियर के तिघरा बांध पर देखने को मिला। दोनों बांधों के छह-छह गेट खोले जाने से आसन और सांक नदियां उफान पर आ गईं। अब पगारा बांध का जलस्तर 654 फीट से घटकर 653.2 फीट रह गया है। पगारा बांध का जलस्तर कम होने से इसके पांच गेट बंद कर दिए गए हैं।
अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट सीबी प्रसाद ने बताया कि पिछले कुछ घंटों में बारिश नहीं होने के कारण नदियों और बांधों का जलस्तर सामान्य हो गया है। उन्होंने बताया कि कुछ स्थानों पर बचाव कार्य चल रहा है और सरकार राजस्व विभाग के नियमों के अनुसार बाढ़ प्रभावितों को मुआवजा देगी।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अरविंद ठाकुर ने बताया कि पिछले कुछ घंटों में बारिश नहीं होने के कारण कई बांधों और नदियों का जलस्तर कम हो गया है और अधिकांश बांधों के गेट बंद कर दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि बांधों की सुरक्षा के लिए पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। उन्होंने बताया कि कैलारस के बाढ़ प्रभावित खेड़ा कलां गांव से लापता लोगों की तलाश के लिए बचाव अभियान जारी है।
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