राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी), भारत ने एक मीडिया रिपोर्ट पर स्वत: संज्ञान लिया है कि 30 नवंबर, 2024 को कोलकाता, पश्चिम बंगाल में कुछ बदमाशों द्वारा सात महीने के बच्चे का कथित तौर पर फुटपाथ से अपहरण कर लिया गया था और उसके साथ यौन उत्पीड़न किया गया था। बताया जा रहा है कि लड़की एक बेघर जोड़े की बेटी है। जब कुछ लोगों ने उसे देखा तो वह फुटपाथ पर लेटी हुई थी और पुलिस को सूचना दी।
आयोग ने समाचार रिपोर्ट की सामग्री की जांच की है, जो यदि सच है, तो शिशु के मानवाधिकारों के उल्लंघन का गंभीर मुद्दा उठाती है। यह घटना सरासर अराजकता की ओर इशारा करती है। असामाजिक तत्व खुलेआम घूमते हैं और बिना किसी डर के किसी भी गैरकानूनी गतिविधि में शामिल होते हैं।
इसलिए, आयोग ने पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी कर दो सप्ताह के भीतर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। रिपोर्ट में एफआईआर की स्थिति, पीड़ित बच्चे का स्वास्थ्य और पीड़ित परिवार को प्रदान किया गया मुआवजा, यदि कोई हो, शामिल होने की उम्मीद है।
5 दिसंबर, 2024 को आई मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पीड़ित बच्ची का कोलकाता के एक सरकारी अस्पताल में इलाज चल रहा है।
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