बिधाननगर के डीसीपी अनीश सरकार ने शनिवार को बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या की घटना के विरोध में स्वास्थ्य भवन के बाहर प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों पर हमला हो सकता है।
सरकार ने संवाददाताओं से कहा, “हमें अपने सूत्रों से खुफिया जानकारी मिली थी कि पेशेवर अपराधी स्वास्थ्य भवन के बाहर प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों पर हमला करने की योजना बना रहे हैं। हमें दो व्यक्तियों के बीच बातचीत का एक ऑडियो क्लिप भी मिला, जिससे इस साजिश का खुलासा हुआ।”
उन्होंने कहा, “हमने ऑडियो क्लिप की प्रामाणिकता की पुष्टि की है और उसके आधार पर हमने मामला दर्ज किया है। अब तक दो लोगों को गिरफ़्तार किया गया है और उनमें से एक संजीव दास ने स्वीकार किया है कि रिकॉर्डिंग में आवाज़ उसकी है।”
डीसीपी ने बताया कि दोनों आरोपियों को 14 दिन की हिरासत के लिए अदालत में पेश किया जाएगा।
सरकार ने कहा, “हम अपने तकनीकी विश्लेषण से प्राप्त निष्कर्षों को अदालत में प्रस्तुत करेंगे। हमने विरोध स्थल पर सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ा दी है और सुरक्षा बढ़ा दी है… मामला बीएनएस धारा 224, 352, 353 ए, बी (ii), 351 (ii) और 61 के तहत दर्ज किया गया है।”
इस बीच, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शनिवार को स्वास्थ्य भवन जाकर प्रदर्शनकारी डॉक्टरों से मिलीं और उन्हें आश्वासन दिया कि उनकी मांगों पर ध्यान दिया जाएगा और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
डॉक्टरों से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने उनकी स्थिति पर चिंता व्यक्त की और कहा कि बारिश में उनके विरोध प्रदर्शन के कारण उनकी नींद उड़ गई है।
उन्होंने कहा, “मैं खुद एक छात्र नेता रही हूं और जीवन में बहुत संघर्ष किया है, इसलिए मैं आपकी स्थिति समझती हूं। मुझे अपनी स्थिति की चिंता नहीं है। जब आप विरोध कर रहे थे, तब पूरी रात बारिश हुई थी और मैं चिंतित थी… मैं आपकी मांगों की समीक्षा करूंगी। मैं अकेले सरकार नहीं चलाती हूं; मैं वरिष्ठ अधिकारियों से सलाह कर समाधान निकालूंगी। जो भी दोषी होगा, उसे सजा मिलेगी। मैं कुछ समय मांगती हूं। राज्य सरकार आपके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करेगी।”
उन्होंने प्रदर्शनकारी डॉक्टरों से काम पर लौटने का आग्रह करते हुए कहा, “मैं आपसे काम पर लौटने का अनुरोध करती हूं। अस्पताल के विकास, बुनियादी ढांचे और सुरक्षा से जुड़े सभी काम शुरू हो चुके हैं और आगे भी जारी रहेंगे।”
9 अगस्त को आरजी कर मेडिकल कॉलेज के सेमिनार हॉल में द्वितीय वर्ष की स्नातकोत्तर मेडिकल छात्रा के साथ बलात्कार किया गया और उसकी हत्या कर दी गई।
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