पाकिस्तानी अधिकारियों ने पाया है कि पेशावर मस्जिद बम विस्फोटों में एक पुलिस अधिकारी मुख्य सूत्रधार के रूप में शामिल था, जिसमें वर्ष 2023 में 100 से अधिक लोग मारे गए थे। पाकिस्तानी समाचार आउटलेट एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने बताया है कि वली नाम के एक पुलिस कांस्टेबल ने एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और आत्मघाती हमलावर को महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की जिसने हमला किया। यह भी पता चला है कि वली ने अफ़गानिस्तान की दो यात्राएँ भी की थीं।
पाकिस्तानी मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार कांस्टेबल वली मोहमंद का रहने वाला है, जो एक आदिवासी जिला है। वली, जिसने सात साल तक पेशावर पुलिस में काम किया है, ने आतंकवादी विचारधारा का समर्थन किया है। उसने कथित तौर पर वर्दी पहनकर मस्जिद में घुसने में मदद करके आत्मघाती हमलावर की मदद की। वली ने उसे प्रक्रियाओं के बारे में सलाह भी दी।
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अधिकारियों ने वली के परिवार के सदस्यों से पूछताछ की है और उसके घर से दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है।
जांचकर्ताओं ने हाल ही में मस्जिद हमले के मास्टरमाइंड को पकड़ा है। उसके बाद वली की संलिप्तता स्पष्ट हो गई।
मस्जिद पर बमबारी
पेशावर मस्जिद में बम विस्फोट 30 जनवरी, 2023 को हुआ था। ये विस्फोट शुक्रवार की नमाज़ के दौरान हुए थे। मस्जिद में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था होने के बावजूद आत्मघाती हमलावर मस्जिद में घुसने में सफल रहा और ज़ोहर की नमाज़ के दौरान विस्फोटकों को उड़ा दिया। विस्फोट के कारण मस्जिद की छत नमाज़ पढ़ने आए लोगों पर गिर गई।
100 से ज़्यादा लोग मारे गए और कई घायल हो गए। मस्जिद पर हुए बम विस्फोट ने एक बार फिर पाकिस्तान के अंदर आतंकवादी गतिविधियों को सामने ला दिया।
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