केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर तीखा हमला करते हुए उन्हें “झूठ की मशीन” बताया, जो किसी भी भाषा में झूठ बोल सकते हैं।
आज यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए शाह ने गांधी को चुनौती दी कि वह इस पर अपनी स्थिति स्पष्ट करें कि कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाना अच्छा निर्णय था या बुरा।
शाह ने कहा, “राहुल गांधी झूठ की मशीन हैं, जो किसी भी भाषा में झूठ बोल सकते हैं। उन्हें स्पष्ट करना चाहिए कि कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाना अच्छा था या बुरा। संसद में वे कहते हैं कि अयोध्या में समाजवादी पार्टी के सांसद जीते हैं। हार-जीत तो चुनाव का हिस्सा है, लेकिन वे दावा करते हैं कि उन्होंने अयोध्या के उद्देश्य को विफल कर दिया है। मोदी जी ने प्राण प्रतिष्ठा समारोह करके राम लला को एक भव्य मंदिर में स्थापित किया है। यह राहुल गांधी को अच्छा नहीं लगता।”
कांग्रेस की आलोचना को और तेज करते हुए शाह ने कहा कि 40 वर्षों से सैनिक “वन रैंक, वन पेंशन” की मांग कर रहे थे, लेकिन कांग्रेस ने कभी भी उस मांग को पूरा नहीं किया।
शाह ने कहा, “मैं हुड्डा साहब से पूछना चाहता हूं कि हरियाणा ऐसा राज्य है जो सेना में सबसे ज्यादा सैनिक भेजता है। 40 साल से सैनिक ‘वन रैंक, वन पेंशन’ की मांग कर रहे हैं, लेकिन कांग्रेस ने इसे कभी नहीं दिया। फिर लोगों ने 2014 में मोदी जी को प्रधानमंत्री चुना और 2015 में उन्होंने इसे हकीकत बना दिया। हमने अग्निवीर योजना शुरू की, लेकिन कांग्रेस, खासकर राहुल गांधी इसका राजनीतिकरण कर रहे हैं। जब मैंने मुख्यमंत्री नायब सैनी जी को बताया कि भारत सरकार के गृह विभाग और देश भर की पुलिस ने अग्निवीरों को 20% आरक्षण दिया है, तो मैंने पूछा कि वे अलग से क्या करेंगे। उन्होंने कहा कि वे हरियाणा के सभी अग्निवीरों को सरकारी नौकरी देंगे।”
शाह ने आगे कहा कि हुड्डा और उनके सहयोगियों, जिनका एकमात्र ध्यान झूठ फैलाना है, पर भरोसा नहीं किया जा सकता।
उन्होंने कहा, “मैं जो वादा करता हूं, उसे पूरा करता हूं और मोदी जी जो भी वादा करते हैं, उसे पूरा करते हैं। कोई भी अग्निवीर बेरोजगार नहीं रहेगा – यह भाजपा की गारंटी है। सेना को मजबूत करना मोदी जी का काम रहा है।”
शाह ने कहा, “हमारी 10 साल की सरकार में एक भी जिला ऐसा नहीं बचा, जहां हमने अच्छे खेल मैदान न बनाए हों। इसके बाद भाजपा सरकार हर ब्लॉक और तहसील में कोचिंग संस्थान बनाएगी। हुड्डा साहब ने यहां लंबे समय तक राज किया है। आप मुझे बताइए कि आप एमएसपी पर कितनी खरीद करते थे। वे केवल चार फसलों की एमएसपी पर खरीद करते थे, लेकिन नायब सिंह 24 फसलों की खरीद करते हैं। एमएसपी पर सबसे ज्यादा खरीद भाजपा के 10 साल के शासन में हुई है।”
गृह मंत्री ने यह भी बताया कि अकेले भिवानी में प्रधानमंत्री मोदी ने 1,40,032 किसानों के बैंक खातों में 297 करोड़ रुपये सीधे हस्तांतरित किए हैं।
शाह ने कहा, ‘‘हुड्डा जी के समय में, जब कांग्रेस केंद्र में सत्ता में थी, तब भी हरियाणा को 41,000 करोड़ रुपये मिले थे, जबकि मोदी जी की सरकार ने पिछले 10 वर्षों में 1,43,000 करोड़ रुपये प्रदान किए हैं।’’
उन्होंने कहा कि देश हरियाणा को तीन मुख्य कारणों से याद करता है।
उन्होंने कहा, “पहली बात तो यह कि आजादी के बाद हरियाणा ने सबसे ज्यादा सैनिक विभिन्न मोर्चों पर भेजे हैं। दूसरी बात यह कि जब देश को खाद्यान्न आयात करना पड़ा और भंडार भरने की जरूरत पड़ी, तो हरियाणा के किसानों ने अहम भूमिका निभाई। आखिरी बात यह कि हाल ही में हुए ओलंपिक और पैरालिंपिक में जब भारत का नाम रैंकिंग में आता है, तो हरियाणा सबसे ऊपर रहता है। हरियाणा ने बहादुर सैनिक और एथलीट दिए हैं।”
जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस गठबंधन की ओर ध्यान दिलाते हुए शाह ने आरोप लगाया कि उनका एजेंडा चुनाव के बाद सभी आतंकवादियों को रिहा करना है।
उन्होंने कहा, “कश्मीर में चुनाव हैं और राहुल गांधी वहां जाकर उमर अब्दुल्ला के साथ गठबंधन कर चुके हैं। उनका एजेंडा चुनाव के बाद सभी आतंकवादियों को रिहा करना और पाकिस्तान के साथ बातचीत शुरू करना है। जब तक भाजपा सत्ता में है, तब तक कोई भी कश्मीर की तरफ बुरी नीयत से नहीं देख सकता। वे अनुच्छेद 370 को वापस लाना चाहते हैं। चाहे हुड्डा जी हों या राहुल गांधी, अनुच्छेद 370 कभी भी बहाल नहीं होगा। हम वह पार्टी हैं जो मानती है कि पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर भी भारत का हिस्सा है।”
शाह ने इस बात पर जोर देते हुए अपनी बात समाप्त की कि हरियाणा के हजारों सैनिक कश्मीर के लिए शहीद हुए हैं और ये लोग क्षेत्र में आतंकवाद को वापस लाना चाहते हैं
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