संयुक्त राष्ट्र का नया ‘भविष्य के लिए समझौता’ क्या है और रूस ने इसका विरोध क्यों किया? | संयुक्त राष्ट्र समाचार
संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) एक महत्वाकांक्षी समझौता अपनाया है इसका उद्देश्य संगठन को 21वीं सदी में वैश्विक मंच पर अधिक प्रासंगिक और प्रभावी बनाना है, जबकि युद्धों को रोकने और इसके चार्टर का उल्लंघन करने वालों को जवाबदेह ठहराने में इसकी विफलताओं के कारण इसकी आलोचना हो रही है।
रूस और ईरान उन सात देशों में शामिल थे जिन्होंने "भविष्य के लिए समझौते" का विरोध किया, लेकिन वे रविवार और सोमवार को आयोजित शिखर सम्मेलन के दौरान दस्तावेज़ को आगे बढ़ने से रोकने में विफल रहे।
आइए न्यूयॉर्क में आयोजित वार्षिक सम्मेलन के मुख्य दस्तावेज पर नजर डालें, वैश्विक समुदाय के लिए इसके द्वारा प्राप्त किए जाने वाले महान लक्ष्यों पर नजर डालें, तथा यह भी देखें कि रूस ने यह तर्क क्यों दिया कि कोई भी इसके पाठ से पूरी तरह संतुष्ट नहीं है।
भविष्य के लिए समझौता क्या है?
संयुक्त राष्ट्र ने इस समझौते को एक "ऐतिहासिक घोषण...