त्रिपुरा: एनएलएफटी नेता ने कानून का उल्लंघन करने वाली किसी भी गतिविधि से दूर रहने की प्रतिबद्धता की घोषणा की
नेशनल लिबरेशन फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (एनएलएफटी), जिसने 24 सितंबर को नई दिल्ली में शांति समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद अपने हथियार डाल दिए थे, ने कानून का उल्लंघन करने वाली किसी भी गतिविधि से परहेज करने की अपनी प्रतिबद्धता की घोषणा की है।
एनएलएफटी के वरिष्ठ नेता प्रसेनजीत देबबर्मा ने संगठन के नाम का उपयोग सदस्यता एकत्र करने या आपराधिक गतिविधियों में शामिल होने के लिए करने के खिलाफ चेतावनी दी है।
मंगलवार (15 अक्टूबर, 2024) को यहां समूह की एक बैठक के बाद श्री देबबर्मा ने कहा, "हमने केंद्र और राज्य दोनों सरकारों के साथ शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। हमें आश्वासन दिया गया है कि समझौते में उल्लिखित शर्तें अगले चार वर्षों के भीतर पूरी हो जाएंगी।"
उन्होंने कहा कि एनएलएफटी जबरन धन उगाही जैसी गतिविधियों के लिए जिम्मेदार नहीं होगा और दोषी पाए जाने वालों से कानून के अनुसार निपटा जाएगा। उन्हो...