ख़बरें

देश, स्पेशल रिपोर्ट

सरकार का एड्स-मुक्त भारत का वादा सराहनीय

(बाएं से दायें) डॉ फ्रांको बी, डॉ ईश्वर गिलाडा,  डॉ शेरोन लेविन, डॉ नवल चन्द्र (एसीकॉन 2017)   भारत समेत, 190 देशों से अधिक की सरकारों ने, 2030 तक एड्स-मुक्त होने का वादा तो किया है परन्तु वर्त्तमान के एड्स सम्बंधित आंकड़ों और विशेषज्ञों के शोध-अनुभव को देखें तो संभवत: अभी इस लक्ष्य के अनुरूप बहुत कार्य होना शेष है. डॉ ईश्वर गिलाडा, जो एड्स सोसाइटी ऑफ़ इंडिया (एएसआई) के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, और हैदराबाद में 6-8 अक्टूबर 2017 के दौरान संपन्न होने वाले एएसआई के 10वें राष्ट्रीय अधिवेशन (एसीकॉन 2017) के प्रमुख भी हैं, ने कहा कि 1986 के बाद से जब भारत में पहला एचआईवी पॉजिटिव व्यक्ति चिन्हित हुआ, तब से भारत ने एड्स नियंत्रण की दिशा में सराहनीय कदम तो उठाये हैं परन्तु यह पर्याप्त नहीं हैं. आज एचआईवी संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित अनेक नीति और कार्यक्रम हमें ज्ञात हैं...
देश, सोसाइटी

हज कमिटी ने नई हज नीति हेतु अपनी रिपोर्ट भारत सरकार को सौंपी

मुंबई (पसुका समाचार): भारत सरकार द्वारा देश में 2013-17 की हज नीति की समीक्षा करने तथा 2018-22 के लिए नई हज नीति की रूपरेखा पर  परामर्श देने के लिए एक समिति गठित की गयी थी। उक्त समिति ने आज यहाँ भारत सरकार के अल्पसंख्यक कार्य मंत्री  मुख्तार अब्बास नकवी को अपनी रिपोर्ट सौंप दी। आज मुंबई यह रिपोर्ट भारत सरकार के अल्पसंख्यक कार्य सचिव अमेयसिंग लुइखम, अध्यक्ष, भारतीय हज समिति, चौधरी महबूब अली कैसर, सऊदी अरबमें भारत के राजदूत अहमद जावेद, भारतीय हज समिति के अन्य सदस्यों और अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारीयों की मौजूदगी में यह रिपोर्ट पेश की गयी।गौर तलब है कि, भारत से हज के लिए लोग दो माध्यमों से सऊदी अरब जाते हैं। हर वर्ष देश को आवंटित कुल कोटे में से कुछ लोग देश के हज कमिटी की तरफ से जाते हैं, जिसका प्रबंधन भारत सरकार के हा...
देश

खाद्यान्‍न का उत्‍पादन बढ़ाकर और उसके उचित वितरण से देश आगे बढ़ सकता है : उपराष्‍ट्रपति

उपराष्‍ट्रपति ने आचार्य एन.जी. रंगा कृषि विश्‍वविद्यालय के 49वे दीक्षांत समारोह को संबोधित किया नेल्‍लौर (आंध्र प्रदेश) पी आई बी समाचार:  राष्‍ट्रपति एम.वेंकैया नायडू ने कहा है कि कोई भी भूखा न रहे और सभी के लिए पर्याप्‍त पोषण के लक्ष्‍य को हासिल करने के लिए खाद्यान्‍न का उत्‍पादन बढ़ाकर और उसके उचित वितरण से देश आगे बढ़ सकता है। उपराष्‍ट्रपति आज आंध्र प्रदेश के नेल्‍लौर जिले में आचार्य एन.जी. रंगा कृषि विश्‍वविद्यालय (एएनजीआरएयू) में 49वें दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर आंध्र प्रदेश के राज्‍यपाल और एएनजीआरएयू के चांसलर ई.एस.एल. नरसिम्‍हन, आंध्र प्रदेश के कृषि मंत्री  सोमीरेड्डी चन्‍द्र मोहन रेड्डी और अन्‍य गणमान्‍य व्‍यक्ति मौजूद थे।उपराष्...
देश

दिल्ली उच्चन्यायालय ने बाबा राम रहीम की दत्तक पुत्री हनीप्रीत इंसां की अग्रिम जमानत याचिका ख़ारिज की

नई दिल्ली। बाबा राम रहीम की दत्तक पुत्री और निकट सहयोगी हनीप्रीत इंसां की अग्रिम जमानत याचिका दिल्ली उच्च न्यायालय ने मंगलवार को अग्रिम जमानत अर्जी खारिज कर दी और कहा कि, उनके लिए आत्मसमर्पण कर देना सबसे सुगम मार्ग होता। दिल्ली उच्च न्यायालय ने हनीप्रीत द्वारा दाखिल की गई याचिका को औचित्यपूर्ण नहीं माना , साथ ही न्यायालय ने हनीप्रीत को पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय जाने की सलाह देते हुए कहा कि, यह दिल्ली उच्च न्यायालय का मामला ही नहीं है। गौर तलब है कि, हनीप्रीत हरियाणा में गिरफ्तारी से बचने का प्रयास करती रही हैं। उन्हों ने अपनी याचिका में इस बात का अंदेशा ज़ाहिर किया है कि, हरियाणा में उनकी जान को खतरा है। उनके वकील प्रदीप कुमार आर्य ने पीठ से हनीप्रीत को अग्रिम ज़मानत देने का अनुरोध करते हुए दिल्ली उच्च न्यायालय से कहा कि हनीप्रीत को जांच में शामिल होने से कोई आपत्ति नहीं है।  गौर ...
महाराष्ट्र में गत  3 वर्षों में 9 हजार किसानों ने आत्महत्या की: राहुल गाँधी
प्रदेश, महाराष्ट्र

महाराष्ट्र में गत 3 वर्षों में 9 हजार किसानों ने आत्महत्या की: राहुल गाँधी

नांदेड़: महाराष्ट्र  के किसानों की बदहाली पर शुक्रवार को यहाँ कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने चिंता प्रकट करते हुए कहा कि, भले ही देश को उद्योगपतियों की जरूरत है, किन्तु देश को किसान की भी ज़रुरत है, क्योंकि किसान के बिना देश का पेट नहीं भरा जा सकता है। उन्होंने प्रदेश में सूखे और कर्ज के बोझ तले डूबे किसानों की आत्महत्या पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि महाराष्ट्र में गत तीन वर्षों के दौरान 9 हजार से ज्यादा किसान आत्महत्या कर चुके हैं।राहुल गांधी ने यहाँ जीएसटी की भी चर्चा करने से नहीं चूके! केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि, सबसे ज्यादा जीएसटी की मार छोटे व्यापारी झेल रहे हैं। राहुल ने नोट बंदी की आलोचना करते हुए, इसे विकास डॉ घटने की बड़ी वजह बताया। Photo © Hibi Eden...
प्रदेश, हरियाणा

डेरा सच्चा सौदा परिसर में सर्च ऑपरेशन जारी

डेरा सच्चा सौदा में चल रही छापेमारी में बिना रजिस्ट्रेशन की गाड़ी,प्लास्टिक करेंसी और बंद हो चुके पुराने नोट हुए बरामदसिरसा : आज यहाँ बाबा गुरमीत राम रहीम के डेरा सच्चा सौदा परिसर में पुलिस की खोजी दल ने अपना अभियान जारी रखा! प्रशासन ने अप्रिय घटना से बचाव के लिए डेरा के आसपास के इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया है! इस तलाशी अभियान में तकरीबन 5000 सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है!इस तलाशी अभियान के तहत लैपटॉप, कंप्यूटर हार्ड डिस्क और दूसरे इलेक्ट्रॉनिक उपकरण को ज़ब्त कर लिया गया है! तलाशी में जुटी टीम को भारी मात्रा में कैश और डेरा की ख़ुद की प्लास्टिक करेंसी भी हाथ लगी है! तलाशी अभियान पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट द्वारा नियुक्त कोर्ट कमिश्नर रिटायर्ड जज ए के एस पवार की निगरानी में चल रहा है! सिरसा ज़िला प्रशासन ने 800 एकड़ क्षेत्र में फैले डेरा परिसर में तलाशी अभियान रात में भी जारी रहने...
सोशल मीडिया से: गौरी लंकेश का आख़िरी संपादकीय
देश, राजनीति, सोशल मीडिया

सोशल मीडिया से: गौरी लंकेश का आख़िरी संपादकीय

गौरी लंकेश नाम है पत्रिका का। 16 पन्नों की यह पत्रिका हर हफ्ते निकलती है। 15 रुपये कीमत होती है। 13 सितंबर का अंक गौरी लंकेश के लिए आख़िरी साबित हुआ। हमने अपने मित्र की मदद से उनके आख़िरी संपादकीय का हिन्दी में अनुवाद किया है ताकि आपको पता चल सके कि कन्नडा में लिखने वाली इस पत्रकार की लिखावट कैसी थी, उसकी धार कैसी थी। हर अंक में गौरी ‘कंडा हागे’ नाम से कालम लिखती थीं। कंडा हागे का मतलब होता है जैसा मैने देखा। उनका संपादकीय पत्रिका के तीसरे पन्ने पर छपता था। इस बार का संपादकीय फेक न्यूज़ पर था और उसका टाइटल था “फेक न्यूज़ के ज़माने में”।   इस हफ्ते के इश्यू में मेरे दोस्त डॉ वासु ने गोएबल्स की तरह इंडिया में फेक न्यूज़ बनाने की फैक्ट्री के बारे में लिखा है। झूठ की ऐसी फैक्ट्रियां ज़्यादातर मोदी भक्त ही चलाते हैं। झूठ की फैक्ट्री से जो नुकसान हो रहा है मैं उसके बारे में अपने संपादकीय ...
दुनिया, म्यांमार

म्यांमार: रोहिंग्या मुसलमानों पर ज़ुल्म की इन्तहा, सेना अबोध बच्चों को मार रही है गोली

पड़ोसी देश म्यांमार में रोहिंग्या मुसलमानों की समस्या बढती ही जा रही है।वर्षों से जारी रोहिंग्या मुस्लिम विरोधी जातीय हिंसा विकराल रूप धारण करती जा रही है।गौर तलब है कि, गत 25 अगस्त से चल रही मुस्लिम विरोधी हिंसा ने अब भयानक रूप ले लिया है। रोहिंग्या मुस्लिम और सेना के बीच चल रहे संघर्ष में अब तक 200 से ज्यादा लोग अपनी जानें गवां  चुके हैं और अंतर्राष्ट्रीय मानव अधिकार संगठन “ह्यूमन राइट्स वॉच” के अनुसार  गत डेढ़ सप्ताह के भीतर राखाइन प्रांत में रोहिंग्या मुस्लिमों के तकरीबन 1,200 घरों को ढाह दिया गया और 700 घरों को आग लगा दी गई।ख़बरें आ रही हैं कि, म्यांमार की सेना द्वारा बच्चों को गोलियों का निशाना बनाया जा रहा है। दरअसल म्यांमार में लगभग 10 लाख रोहिंग्या मुस्लिम रहते हैं, जिन्हें वहां की सरकार अपना नागरिक नहीं मानती है।रख़ाइन प्रांत में वर्ष 2012 से सांप्रदायिक हिंसा चलने के कारण...
देश

सुप्रीम कोर्ट ने ‘गौ-रक्षा’के नाम पर हिंसा रोकने का दिया आदेश

नई दिल्ली। देश में गाय के नाम पर चल रही मुस्लिम-दलित विरोधी हिंसा पर सख्त रुख अपनाते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि, गौरक्षा के नाम पर हिंसा को बर्दाशत नहीं किया जा सकता है। सुप्रीम कोर्ट ने देश के हर ज़िले में वरिष्ठ पुलिस अधिकारी को बतौर नोडल अफसर नियुक्त करने का आदेश दिया है। इस कार्य के लिए राज्यों को एक सप्ताह का समय दिया गया है।गौर तलब है कि, सुप्रीम कोर्ट ने देश की केंद्र और राज्य सरकारों से गौरक्षा के नाम पर लोगों द्वारा कानून को अपने हाथ में लेने के साथ-साथ  गौ सेवा के नाम पर विभिन्न संगठनों द्वारा हिंसा किए जाने को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने को कहा।Photo © Legaleagle86 at English Wikipedia....
कर्नाटक, प्रदेश

कर्नाटक: महिला पत्रकार गौरी लंकेश की पुरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई

©Hari Prasad Nadigबेंगलुरू। दक्षिण भारत की मशहूर पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता गौरी लंकेश का आज पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया। गौर तलब है कि, गौरी लंकेश की कल अज्ञात हमलावरों द्वारा हत्या कर दी गई थी । उनका अंतिम संस्कार लिंगायत समुदाय के रीति-रिवाजों के अनुसार बेंगलुरू के चामराजपेट के एक कब्रिस्तान में किया गया जहाँ उनके पार्थिव शरीर को दफनाया गया।  गौरी लंकेश कन्नड़ पत्रिका लंकेश पत्रिके की संपादक थीं। गौरी लंकेश एक निडर और साहसी महिला थीं। उनके हत्या को देश के निर्भीक आवाज़ को दबाने की एक साज़िश के तौर पर देखा जा रहा है। गौरी लंकेश की नृशंस हत्या से पूरा देश स्तब्ध रह गया था। देश के पत्रकारों, लेखकों, विचारकों, सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ साथ देश के प्रबुद्ध नागरिकों ने एक सुर में उनकी हत्या की निंदा की है। वहीं, अमेरिका ने भी इस हत्याकांड को प्रेस की आजादी के ल...