छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने रविवार को कहा कि राज्य सरकार और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आने वाले वर्ष में नक्सलवाद को पूरी तरह से खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
उनका यह बयान नारायणपुर जिले में नक्सलियों के आईईडी हमले में दो आईटीबीपी जवानों की जान जाने के एक दिन बाद आया है।
रायपुर में पत्रकारों से बात करते हुए सिंह ने कहा, ”नक्सलियों पर लगातार दबाव बना हुआ है और छत्तीसगढ़ में सुरक्षा बलों द्वारा चलाए जा रहे संयुक्त अभियान के बहुत अच्छे परिणाम आ रहे हैं. पिछले एक साल में लगभग 190 नक्सली मारे गए हैं. यह सरकार के दृढ़ संकल्प और अमित शाह की प्रतिबद्धता को दर्शाता है कि आने वाले वर्ष में नक्सलवाद को पूरी तरह से खत्म कर दिया जाएगा।
इससे पहले आज, छत्तीसगढ़ के मंत्री टंक राम वर्मा ने नारायणपुर जिले में नक्सलियों के आईईडी हमले में जान गंवाने वाले भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के दो जवानों के पार्थिव शरीर को कंधा दिया और श्रद्धांजलि दी।
एएनआई से बात करते हुए, मंत्री वर्मा ने कहा, “मैंने कल नारायणपुर जिले में नक्सलियों द्वारा किए गए आईईडी हमले में जान गंवाने वाले दो आईटीबीपी कर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित की। छत्तीसगढ़ में बीजेपी की सरकार बनने के बाद से नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई हुई है और उनकी संख्या में कमी आई है. राज्य सरकार छत्तीसगढ़ को नक्सलियों से मुक्त कराने के लिए काम कर रही है।”
इस बीच, छत्तीसगढ़ में बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) के अनुसार, शनिवार को नक्सलियों के साथ मुठभेड़ के दौरान घायल हुए नारायणपुर जिले के दो पुलिस अधिकारियों की हालत में सुधार हो रहा है।
आईजी ने आईईडी विस्फोट में जान गंवाने वाले दो आईटीबीपी कर्मियों की भी पहचान की, जिनके नाम पवार अमर शामराव और के राजेश हैं।
19 अक्टूबर को आईटीबीपी और नारायणपुर पुलिस के संयुक्त सर्च ऑपरेशन के दौरान नक्सलियों ने आईटीबीपी की गश्ती टीम पर हमला कर बड़ा आईईडी ब्लास्ट किया था.
शुक्रवार को, छत्तीसगढ़ में दंतेवाड़ा पुलिस ने बताया कि दंतेवाड़ा-नारायणपुर सीमा के पास अबूझमाड़ के जंगलों में हाल ही में हुई मुठभेड़ में कम से कम 38 नक्सली कैडर मारे गए।
दंतेवाड़ा पुलिस की ओर से जारी बयान के मुताबिक, दंतेवाड़ा-नारायणपुर सीमा के पास नेंदूर और थुलथुली गांव के जंगलों में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में 38 नक्सली मारे गए. पुलिस ने 31 कैडरों के शव बरामद कर लिए हैं और इनमें से 29 को उनके परिवारों को सौंप दिया गया है. मुठभेड़ में मारे गए सभी 38 नक्सलियों की पहचान कर ली गई है
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