Tag: राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ

आरएसएस से जुड़े संगठन ने बांग्लादेशी घुसपैठ पर चिंता जताई
देश, राजनीति

आरएसएस से जुड़े संगठन ने बांग्लादेशी घुसपैठ पर चिंता जताई

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की जनजातीय शाखा अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम (एबीवीकेए) ने झारखंड के जनजातीय समुदायों से कथित बांग्लादेशी प्रवासियों के खिलाफ 'युद्ध' छेड़ने का आग्रह किया, जो कथित तौर पर लड़कियों को 'लव जिहाद' में फंसा रहे हैं। रविवार को समालखा (हरियाणा) में आयोजित अपनी तीन दिवसीय बैठक के समापन पर दक्षिणपंथी संगठन ने पूर्वोत्तर राज्यों में तेजी से हो रहे धर्मांतरण को लेकर आदिवासी समुदाय को चेतावनी भी दी। झारखंड के संथाल परगना क्षेत्र में कार्यरत एबीवीकेए के पदाधिकारी राजकिशोर हांसदा ने भारत और नेपाल से आए 2,000 से अधिक लोगों के कार्यक्रम को “लव जिहाद” और “भूमि जिहाद” (दूसरे धर्म के व्यक्ति को जमीन बेचने के लिए दक्षिणपंथी समूहों द्वारा गढ़ा गया शब्द) के बढ़ते मामलों के बारे में बताया। उन्होंने कहा, "बांग्लादेश से आए मुसलमान, जो इस क्षेत्र में घुसपैठ कर चुके हैं,...
सोशल मीडिया से: गौरी लंकेश का आख़िरी संपादकीय
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सोशल मीडिया से: गौरी लंकेश का आख़िरी संपादकीय

गौरी लंकेश नाम है पत्रिका का। 16 पन्नों की यह पत्रिका हर हफ्ते निकलती है। 15 रुपये कीमत होती है। 13 सितंबर का अंक गौरी लंकेश के लिए आख़िरी साबित हुआ। हमने अपने मित्र की मदद से उनके आख़िरी संपादकीय का हिन्दी में अनुवाद किया है ताकि आपको पता चल सके कि कन्नडा में लिखने वाली इस पत्रकार की लिखावट कैसी थी, उसकी धार कैसी थी। हर अंक में गौरी ‘कंडा हागे’ नाम से कालम लिखती थीं। कंडा हागे का मतलब होता है जैसा मैने देखा। उनका संपादकीय पत्रिका के तीसरे पन्ने पर छपता था। इस बार का संपादकीय फेक न्यूज़ पर था और उसका टाइटल था “फेक न्यूज़ के ज़माने में”।   इस हफ्ते के इश्यू में मेरे दोस्त डॉ वासु ने गोएबल्स की तरह इंडिया में फेक न्यूज़ बनाने की फैक्ट्री के बारे में लिखा है। झूठ की ऐसी फैक्ट्रियां ज़्यादातर मोदी भक्त ही चलाते हैं। झूठ की फैक्ट्री से जो नुकसान हो रहा है मैं उसके बारे में अपने संपादकीय ...