
नई दिल्ली, 22 मार्च (केएनएन) दूरसंचार विभाग (डीओटी) ने भारत में दूरसंचार और नेटवर्किंग उत्पादों के घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से अपने उत्पादन लिंक्ड इंसेंटिव (पीएलआई) योजना के तहत पर्याप्त उपलब्धियों की घोषणा की है।
24 फरवरी, 2021 को अधिसूचित इस योजना में 12,195 करोड़ रुपये का परिव्यय है।
हाल ही में एक विज्ञप्ति के अनुसार, लाभार्थियों ने 31 जनवरी तक कुल 4,081 करोड़ रुपये का निवेश किया है।
इन निवेशों ने 78,672 करोड़ रुपये की कुल बिक्री उत्पन्न की है, जिसमें निर्यात बिक्री 14,963 करोड़ रुपये शामिल है। इस पहल ने 26,351 व्यक्तियों के लिए रोजगार के अवसर भी बनाए हैं।
सरकार ने घरेलू विनिर्माण क्षमताओं को बढ़ाने और निर्माताओं को अधिक लचीलापन प्रदान करने के लिए योजना दिशानिर्देशों में कई संशोधन लागू किए हैं।
एक उल्लेखनीय जोड़ उन उत्पादों के लिए 1 प्रतिशत अतिरिक्त प्रोत्साहन की शुरूआत है जो भारत में डिजाइन, विकसित और निर्मित हैं, जो डिजाइन के नेतृत्व वाले उत्पादन पर देश के ध्यान को मजबूत करते हैं।
आगे संशोधनों ने उद्योग की आवश्यकताओं के आधार पर 11 नई वस्तुओं को शामिल करने के साथ अनुमोदित उत्पाद सूची का विस्तार किया है।
कंपनियां अब बढ़े हुए लचीलेपन का आनंद लेती हैं, जिससे उन्हें योजना के कार्यकाल के दौरान किसी भी बिंदु पर इस सूची से एक या अधिक उत्पादों को जोड़ने की अनुमति मिलती है।
इसके अतिरिक्त, निर्माता अब त्रैमासिक आधार पर प्रोत्साहन दावे दायर करने का विकल्प चुन सकते हैं।
पीएलआई योजना में वर्तमान में 33 टेलीकॉम और नेटवर्किंग उत्पाद शामिल हैं, जिनके खिलाफ कंपनियां प्रोत्साहन का दावा कर सकती हैं, जैसा कि रिलीज में विस्तृत है।
यह जानकारी 20 मार्च को राज्यसभा में लिखित उत्तर में संचार और ग्रामीण विकास के राज्य मंत्री डॉ। पेममासनी चंद्र सेखर द्वारा प्रदान की गई थी।
(केएनएन ब्यूरो)
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