नई दिल्ली: अलगाववादी समूह न्याय के लिए सिख (एसएफजे) ने खालिस्तानियों के खिलाफ रॉ-मॉस्को सहयोग के अपने दावे को दोगुना करते हुए कहा है कि कनाडा में रूसी दूतावास आतंकवादी की हत्या को सुविधाजनक बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई हरदीप सिंह निज्जर.
एसएफजे प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नून ने कहा कि रूसी दूतावास ने रॉ अधिकारियों के साथ “सिग्नल इंटेलिजेंस” साझा किया, जिसके कारण पिछले साल जून में कनाडा में निज्जर की हत्या हुई। उन्होंने कहा, “ओटावा में रूसी दूतावास ने कथित तौर पर मई 2023 में निज्जर का टेलीग्राम अकाउंट हैक कर लिया, जिससे भारत को उसकी गतिविधियों पर नज़र रखने की अनुमति मिल गई, जिसके कारण उसकी हत्या कर दी गई।”
पन्नून ने उन्हें मारने की “साजिश” में रूस का हाथ होने का भी आरोप लगाया। पन्नून ने कहा कि अमेरिका में भारतीय राजदूत विनय क्वात्रा ओटावा में रूसी राजदूत वी स्टेपानोव के साथ मिलकर खालिस्तान जनमत संग्रह अभियान की गतिविधियों को दबाने के लिए एक नेटवर्क चला रहे थे।
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