पड़ोसी देश म्यांमार में रोहिंग्या मुसलमानों की समस्या बढती ही जा रही है।वर्षों से जारी रोहिंग्या मुस्लिम विरोधी जातीय हिंसा विकराल रूप धारण करती जा रही है।गौर तलब है कि, गत 25 अगस्त से चल रही मुस्लिम विरोधी हिंसा ने अब भयानक रूप ले लिया है। रोहिंग्या मुस्लिम और सेना के बीच चल रहे संघर्ष में अब तक 200 से ज्यादा लोग अपनी जानें गवां चुके हैं और अंतर्राष्ट्रीय मानव अधिकार संगठन “ह्यूमन राइट्स वॉच” के अनुसार गत डेढ़ सप्ताह के भीतर राखाइन प्रांत में रोहिंग्या मुस्लिमों के तकरीबन 1,200 घरों को ढाह दिया गया और 700 घरों को आग लगा दी गई।
ख़बरें आ रही हैं कि, म्यांमार की सेना द्वारा बच्चों को गोलियों का निशाना बनाया जा रहा है। दरअसल म्यांमार में लगभग 10 लाख रोहिंग्या मुस्लिम रहते हैं, जिन्हें वहां की सरकार अपना नागरिक नहीं मानती है।रख़ाइन प्रांत में वर्ष 2012 से सांप्रदायिक हिंसा चलने के कारण अल्पसंख्यक रोहिंग्या मुस्लिम समुदाय को जान-माल की ज़बरदस्त हानि उठानी पड़ रही है।
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