भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती और चौथे आदिवासी गौरव दिवस के अवसर पर दमन में समारोह का आयोजन


केंद्र शासित प्रदेश दादरा और नगर हवेली तथा दमन और दीव के प्रशासक प्रफुल्ल पटेल के कुशल नेतृत्व में, भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती और चौथा जनजातीय गौरव दिवस 15 नवंबर 2024 को दमन जिले में भव्य तरीके से मनाया गया। बिरसा मुंडा चौक, झरी, मोती दमन। यह विशेष आयोजन आदिवासी समुदाय की महान विरासत और उनके गौरवशाली इतिहास को समर्पित था।

इस अवसर पर दमन-दीव के सांसद उमेश पटेल, नगर पालिका प्रमुख अस्पी दमानिया, जिला पंचायत के उप प्रमुख बाबू पटेल, स्थानीय जन प्रतिनिधियों और आदिवासी समुदाय के प्रमुख सदस्यों ने भगवान बिरसा मुंडा को दीप जलाकर और पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। कार्यक्रम में बिरसा मुंडा के संघर्ष, स्वतंत्रता संग्राम में उनके योगदान और आदिवासी समाज के उत्थान में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को याद किया गया. इस दौरान सभी अतिथियों ने लाइव प्रसारण के माध्यम से माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन भी सुना. इसके साथ ही आदिवासी संस्कृति, कला और परंपराओं को प्रदर्शित करने के लिए विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया।

भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती और चौथे जनजातीय गौरव दिवस का यह अवसर हमें उनकी अमर भावना और हमारे समाज में उनके योगदान को याद करने का अवसर प्रदान करता है। भगवान बिरसा मुंडा ने अपने अदम्य साहस, दृढ़ संकल्प और निस्वार्थ सेवा से अन्याय के खिलाफ आवाज उठाई और आदिवासी समुदायों को संगठित किया और उनके अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ी।

पीएम जनमन और “धरती आबा जनजाति ग्राम उत्कर्ष अभियान” के तहत ग्राम स्तर, ब्लॉक स्तर और जिला स्तर पर योजनाओं के प्रचार-प्रसार के साथ-साथ सभी चिन्हित गांवों कडैया, भीमपोर, वरकुंड, सोमनाथ, मगरवाड़ा, दमनवाड़ा, परियारी को कवर किया जाएगा। 15 नवम्बर 2024 से पाक्षिक रूप से आज प्रातः 10 बजे विशेष ग्राम सभा का आयोजन किया गया। जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर विभिन्न प्रमुख स्थानों पर निःशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया गया। स्कूलों के छात्र-छात्राओं के बीच खेलकूद, निबंध, वाद-विवाद, क्विज, पेंटिंग, भाषा एवं जागरूकता रैली का भी आयोजन किया जायेगा.

इस आयोजन से स्थानीय आदिवासी समुदाय के उत्थान और उनकी सांस्कृतिक पहचान को संरक्षित करने के उद्देश्य को भी बल मिलेगा। इस कार्यक्रम में दमन और आस-पास के इलाकों से बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया और भगवान बिरसा मुंडा के विचारों से प्रेरणा ली.

गौरतलब है कि भारत सरकार 15 नवंबर से 26 नवंबर तक जनजातीय गौरव पखवाड़ा का आयोजन करेगी जिसमें विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे. इसमें आदिवासी दीवार कला, निबंध लेखन, नुक्कड़ नाटक, आदिवासी संग्रहालय का दौरा, सांस्कृतिक कार्यक्रम सहित कई कार्यक्रम शामिल हैं।




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