नई दिल्ली, 19 दिसंबर (केएनएन) सीयूटीएस इंटरनेशनल ने “पेरी-शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में कम कार्बन, किफायती और समावेशी परिवहन प्रणाली में परिवर्तन का समर्थन” शीर्षक से एक विचारोत्तेजक गोलमेज चर्चा का आयोजन किया।
यह आयोजन राजस्थान और उसके बाहर स्थायी गतिशीलता को आगे बढ़ाने में चुनौतियों और अवसरों का समाधान करने के लिए नीति निर्माताओं, उद्योग जगत के नेताओं और शोधकर्ताओं को एक साथ लाया।
राजस्थान की अतिरिक्त परिवहन आयुक्त कुसुम राठौड़ ने ग्रामीण और उप-शहरी क्षेत्रों में सुलभ और किफायती इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) की वकालत करते हुए परिवहन के सामाजिक-आर्थिक महत्व पर प्रकाश डाला।
उन्होंने जोर देकर कहा, “परिवहन किसी देश की रीढ़ है और यह सामाजिक-आर्थिक स्थितियों पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालता है।”
कार्यक्रम में वक्ताओं ने विविध दृष्टिकोण साझा किए। आईपीएल टेक इलेक्ट्रिक के सीएक्सओ सुनील भटनागर ने इस बात पर जोर दिया कि ईवी अग्रदूतों के सामने आने वाली चुनौतियां उद्योग की क्षमता पर हावी नहीं होनी चाहिए।
जेवीवीएनएल की दीप्ति माथुर ने घरेलू ईवी चार्जिंग को सुव्यवस्थित करने में स्मार्ट मीटर की भूमिका को रेखांकित किया, जबकि उनकी सहयोगी नेहा सक्का ने बैटरी खतरों, लिंग निहितार्थ और रेट्रोफिटिंग चुनौतियों के बारे में चिंता जताई।
रिन्यूएबल एनर्जी एसोसिएशन ऑफ राजस्थान के संस्थापक अध्यक्ष अजय यादव ने ईवी को वास्तव में कम कार्बन सुनिश्चित करने के लिए स्वच्छ ऊर्जा ग्रिड के लिए तर्क दिया।
उन्होंने कहा, “हमें सार्थक प्रभाव डालने के लिए 50-60 प्रतिशत नवीकरणीय ऊर्जा से संचालित ग्रिड की आवश्यकता है।” इसी तरह, अरावली के पुनीत सोनी ने ईवी चार्जिंग के लिए कोयले से चलने वाले ग्रिड के उपयोग की आलोचना की और नवीकरणीय एकीकरण की आवश्यकता पर जोर दिया।
ईवीईएक्स के निदेशक मनीष शर्मा ने सीमित वित्तपोषण विकल्पों और उच्च-ब्याज दरों जैसी बाधाओं की ओर इशारा किया, जबकि पर्यावरण और विकास अध्ययन केंद्र के निदेशक एमएस राठौड़ ने स्थिरता चर्चा में पर्यावरणीय लागतों को शामिल करने का आह्वान किया।
संवाद में जमीनी स्तर के मुद्दों पर भी चर्चा हुई। ईसीआर मोबिलिटी के संस्थापक गौरव चौधरी ने ग्रामीण क्षेत्रों में ईवी जागरूकता की परिवर्तनकारी क्षमता पर जोर दिया, जबकि ई-रिक्शा वेलफेयर एसोसिएशन के अशोक कुमार नावरिया ने बैटरी रीसाइक्लिंग प्रथाओं में सुधार पर जोर दिया।
यह आयोजन एक किफायती और समावेशी ईवी पारिस्थितिकी तंत्र को आगे बढ़ाने, नवीकरणीय ऊर्जा का लाभ उठाने और दीर्घकालिक स्थिरता के लिए जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए सहयोगात्मक प्रयासों के सामूहिक आह्वान के साथ संपन्न हुआ।
(केएनएन ब्यूरो)
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