साइबर खतरे के परिदृश्य पर विचारों का आदान-प्रदान करने और रणनीतियों और नीतियों का आकलन करने के लिए भारत और सिंगापुर के बीच पहली साइबर नीति वार्ता गुरुवार को यहां आयोजित की गई।
एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, संवाद की सह-अध्यक्षता भारत के विदेश मंत्रालय के साइबर कूटनीति के संयुक्त सचिव अमित ए शुक्ला और सिंगापुर की साइबर सुरक्षा एजेंसी के मुख्य कार्यकारी डेविड कोह ने की।
विज्ञप्ति के अनुसार, संवाद के दौरान दोनों पक्षों ने साइबर खतरे के परिदृश्य, राष्ट्रीय साइबर रणनीतियों और नीतियों, खतरे के आकलन और नीतियों और संयुक्त राष्ट्र के तत्वावधान में वैश्विक साइबर प्रशासन संवादों में विकास पर विचारों का आदान-प्रदान किया।
प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि संवाद में साइबर खतरे की चेतावनी और प्रतिक्रियाओं, अनुभवों के आदान-प्रदान और सर्वोत्तम प्रथाओं, विशेष रूप से महत्वपूर्ण सूचना बुनियादी ढांचे की सुरक्षा और संयुक्त क्षमता निर्माण/प्रशिक्षण गतिविधियों के संबंध में द्विपक्षीय सहयोग का भी पता लगाया गया।
प्रधानमंत्री की सिंगापुर यात्रा (04-05 सितंबर, 2024) के अवसर पर जारी भारत-सिंगापुर संयुक्त वक्तव्य में सन्निहित भारत-सिंगापुर द्विपक्षीय सहयोग के लिए डिजिटलीकरण स्तंभ में साइबरस्पेस प्रमुख क्षेत्रों में से एक है।
द्विपक्षीय वार्ता की स्थापना इस दिशा में एक कदम था और इसने भारत और सिंगापुर के बीच साइबरस्पेस सहयोग के संभावित और व्यावहारिक क्षेत्रों की पहचान की सुविधा प्रदान की।
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