मोहाली, 14 नवंबर (केएनएन) पंजाब सरकार एक परिवर्तनकारी सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) नीति लागू करने के लिए तैयार है, जिसका उद्देश्य मोहाली को उत्तर भारत का प्रमुख आईटी केंद्र बनाना है, जिससे संभावित रूप से लगभग 55,000 नए रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
पंजाब के उद्योग और वाणिज्य मंत्री, तरूणप्रीत सिंह सोंड ने ‘विजन पंजाब 2047’ कार्यक्रम में ‘पंजाब में उद्योग: विकास में चुनौतियां’ सत्र के दौरान इस महत्वाकांक्षी योजना की घोषणा की।
सोंड ने इस बात पर जोर दिया कि राज्य की व्यापार-अनुकूल औद्योगिक नीति और आधुनिक बुनियादी ढांचे ने आईटी कंपनियों और प्रतिनिधिमंडलों में महत्वपूर्ण रुचि जगाई है।
उन्होंने क्षेत्र में परिचालन स्थापित करने के लिए पंजाब की बढ़ती अपील के लिए इन कारकों को महत्वपूर्ण बताया। सोंड ने ‘इन्वेस्ट पंजाब’ पोर्टल की सफलता पर प्रकाश डाला, जिसने राष्ट्रीय प्रदर्शन मेट्रिक्स हासिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। पोर्टल के तहत 58,000 से अधिक छोटे और मध्यम उद्योगों को पंजीकृत किया गया है – एक रिकॉर्ड मील का पत्थर।
अपने भाषण में सोंड ने खुलासा किया कि पंजाब अपनी औद्योगिक क्षमताओं को बढ़ाने के उद्देश्य से बड़े सुधारों के दौर से गुजर रहा है। उन्होंने खुलासा किया कि पांच शहरों के केंद्र बिंदुओं को उन्नत करने की योजना बनाई गई है, जिससे ये क्षेत्र औद्योगिक बुनियादी ढांचे में उत्कृष्टता के मॉडल बन जाएंगे।
उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि राज्य का औद्योगिक क्षेत्र अपनी व्यापार-समर्थक नीतियों के कारण तेजी से विकास के शिखर पर है। पिछले ढाई वर्षों में पंजाब ने 86,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश आकर्षित किया है और इसे और बढ़ावा देने के प्रयास जारी हैं।
सोंड ने पंजाब के पर्यटन क्षेत्र के विस्तार और कृषि आधारित उद्योगों के विकास को भी संबोधित किया और आर्थिक विकास के लिए संतुलित दृष्टिकोण पर प्रकाश डाला।
राज्य की पर्यावरणीय चुनौतियों, विशेष रूप से लुधियाना के बुड्ढा नाले के बारे में चिंताओं का जवाब देते हुए, उन्होंने जनता को आश्वासन दिया कि सफाई और बहाली योजना अपने अंतिम चरण में है और मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा मंजूरी मिलते ही शुरू हो जाएगी।
मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने भी चर्चा में योगदान दिया और पंजाब के कार्यबल को उद्योग-प्रासंगिक कौशल से लैस करने के लिए डिज़ाइन किए गए नए तकनीकी शिक्षा पाठ्यक्रमों और चल रहे प्रमाणन कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार की, जिससे राज्य के औद्योगिक विस्तार को और समर्थन मिलेगा।
(केएनएन ब्यूरो)
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