नई दिल्ली, 25 अक्टूबर (केएनएन): सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर एस्पायरिंग एसएमई (सीओईएएस), आईएफसीआई और एफआईएसएमई के बीच एक सहयोग, जर्मन बिजनेस (एपीके) के 18वें एशिया प्रशांत सम्मेलन में उपस्थित जर्मन व्यवसायों से जुड़ने की योजना बना रहा है।
केंद्र सभी जर्मन व्यवसायों का स्वागत करता है और इस आयोजन में उत्पादक भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए तत्पर है।
भारत के एसएमई क्षेत्र के विकास का समर्थन करने के लिए एक विशेष संस्थान के रूप में स्थापित CoEAS, मुख्य रूप से आईपीओ, निजी इक्विटी, उद्यम पूंजी कोष और पूंजी बाजार के माध्यम से इक्विटी पूंजी सहित विभिन्न फंडिंग चैनलों तक पहुंच की सुविधा प्रदान करने पर केंद्रित है।
केंद्र ने खुद को उभरते व्यवसायों के लिए एक व्यापक सहायता केंद्र के रूप में स्थापित किया है।
वित्तीय सुविधा से परे, CoEAS इक्विटी और व्यावसायिक मूल्यांकन, कानूनी सलाह और व्यवसाय पुनर्गठन में सहायता सहित पेशेवर सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करता है।
केंद्र विशेष रूप से संयुक्त उद्यमों, अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और प्रौद्योगिकी साझेदारी को सुविधाजनक बनाने में माहिर है, जो इसे सीमा पार अवसरों की तलाश करने वाले व्यवसायों के लिए एक मूल्यवान संसाधन बनाता है।
एपीके सम्मेलन में जर्मन व्यवसायों तक यह पहुंच अपने सहयोगी ढांचे का विस्तार करने और अंतरराष्ट्रीय व्यापार संबंधों को बढ़ावा देने के लिए सीओईएएस की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।
केंद्र संभावित साझेदारियों के लिए खुला रुख रखता है और भारतीय एसएमई और वैश्विक व्यापार अवसरों के बीच अंतर को पाटने में अपनी भूमिका पर जोर देता है।
(केएनएन ब्यूरो)
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