सिर्फ एक विचार नहीं, बल्कि एक आंदोलन: नाना पटोले
भारत ने 1947 में ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन से मुक्ति पाकर स्वतंत्रता प्राप्त की। कांग्रेस पार्टी ने लोगों को आजादी के लिए लड़ना सिखाया और उनमें आजादी का पाठ पढ़ाया। पार्टी ने देश के विकास का मार्ग प्रशस्त किया और लोगों के सामने एक विकसित राष्ट्र का सपना पेश किया। कांग्रेस ने देश की संस्कृति को संरक्षित करने और मानवता के सिद्धांतों को स्थापित करने के लिए भी काम किया। "कांग्रेस सिर्फ एक विचार नहीं है, यह एक आंदोलन है।" आजादी से पहले से लेकर आज तक कांग्रेस पार्टी इसी विचारधारा पर टिकी हुई है, जो नाना पटोले की बचपन से लेकर अब तक की आस्थाओं में साफ झलकती है.
नाना पटोले के पास अपनी कोई राजनीतिक विरासत नहीं थी, लेकिन जब भी सामाजिक कार्यों का जिक्र होता था, वे हमेशा मदद के लिए तैयार रहते थे- यह बात उनके बचपन से ही सच है। इस प्रकार, जब भी किसी को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था, तो उसका ...